दोस्तो इन दिनों निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल काफी सुर्खियों के साथ साथ विवादो में भी नजर आ रही है ।कश्मीरी पंडितो के पलायन और नरसंहार की सच्चाई बताने वाली फिल्म की जहां लोग सरहना कर रहे है जिसे देख दर्शक भावुक हो रहे है वही कुछ लोग इस फिल्म को देख भड़क रहे है और इस फिल्म पर बहुत से सवाल खड़े कर रहे है ।इन सब को देखते हुए ट्वीट कर निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने 1989 की एक तस्वीर शेयर की है। जिसे देख सवाल उठाने वालो को अपना जबाब मिल गया होगा । विवेक अग्निहोत्री ने इस ट्वीट में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को टैग किया है।
विवेक अग्निहोत्री ने शेयर की पोस्ट
Whenever any Genocide Denier tries to divert by arguing on numbers of dead people, show him this report from 1989 and ask “how many numbers would you give Ramesh Kumar?”
Btw, @OmarAbdullah’s father and son of Shri Sheikh Abdullah was the chief minister at that time. pic.twitter.com/CNvOf2sgBy
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) March 23, 2022
द कश्मीर फाइल्स पर कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं। फिल्म की कहानी को गलत बताया जा है। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्य मंत्री और नेशनल कॉफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी इस फिल्म पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि फिल्म में कई बातें और कई तथ्य गलत दिखाए गए हैंय़ उन्होंने तो ये भी कहा कि फिल्म में जिन घटनाओं का जिक्र किया गया है, वो सब जब हुआ तब फारूक अब्दुल्ला वहां के मुख्यमंत्री नहीं थी। फिल्म को लेकर उन्होंने कई सवाल खड़े किए तो अब उनके जवाब विवेक अग्निहोत्री ने एक ट्वीट से दिया है।
जिन्हें शक वो 1989 की रिपोर्ट देखें
फिल्म पर उठे सवालों का करारा जवाब देते हुए निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने आज एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने 1989 की एक रिपोर्ट साझा की है। विवेक ने इस रिपोर्ट की फोटो लगाते हुए लिखा जब भी कोई नरसंहार को न मानने वहां मरे लोगों की संख्या को लेकर बहस करें तो उसे 1989 की ये रिपोर्ट दिखा देना चाहिए और फिर उनसे सवाल करना चाहिए कि आप रमेश कुमार को कितने अंक देंगे? उन्होंने आगे लिखा कि उस वक्त उमर अब्दुल्ला के पिता और शेख अब्दुल्ला के बेटे मुख्यमंत्री थे।
भारत माता की जय बोलने पर काट ली गई थी रमेश की जुबान
इस रिपोर्ट में 1989 की उस घटना का जिक्र हैं, जिसमें रमेश नाम के युवक की जुबान काट दी गई थी। रमेश कुमार की तस्वीर के साथ लिखा है, ये युवक अपना नाम अब कैसे लें, क्योंकि भारत माता की जय बोलने पर इस्लामिक फंडामेंडलिस्ट ने उनकी जुबान काट दी। आपको बता दें कि रमेश के साथ हुई इस वारदात का जिक्र विवेक ने फिल्म में नहीं दिखाया हैं, जिसे लेकर कई यूजर्स ने उनसे सवाल भी किए।
नेशनल कॉफ्रेंस ने कहा फिल्म सच के बहुत दूर
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने हाल ही में फिल्म को लेकर बयान देते हुए कहा कि फिल्म मुसलमानों के खिलाफ गुस्सा भड़काने वाली है तो वहीं नेशनल कॉफ्रेंस ने कहा कि फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ सच से काफी दूर है। उन्होंने कहा कि जब कश्मीरी पंडितों के पलायन की घटना हुई उस वक्त कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला मुख्यमंत्री नहीं थे। उन्होंने कहा कि निर्माता ने इस अहम तथ्य को फिल्म से दूर ऱखा।