दोस्तों युक्रेन और रुसके बीच जारी जंग को दूसरा महिना लग गया है .अब तक दोनों ही देशो को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है .आपको बता दे यूक्रेन की सेना को नाटो की ओर से हथियारों की मदद मिल रही है जो उनके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो रही है . इन हथियारों की बदौलत यूक्रेन की सेना रुसी सेना को बराबरी की टक्कर देती हुयी नज़र आ रही है . लेकिन दोनों में से ही किसी को भी सफलता मिलती नहीं दिख रही है. अब ऐसे में सभी के मन में बस यही सवाल उठ रहा है कि रूस का अग्ला कदम क्या होगा क्या वो कीव या किसी अन्य शहर पर परमाणु बम से हमला करने वाला है . अभी मिली खबर के मुताबिक सबके मन में चल रहे सवाल का जवाब रूसी राष्ट्रपति कार्यालय ने दिया है जानने के लिए खबर को अंत तक जरुर पढ़े .
रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने एक इंटरव्यू में सोमवार को कहा कि रूस केवल तभी परमाणु बम का इस्तेमाल करेगा जब उनके देश के अस्तित्व पर खतरा आएगा न कि यूक्रेन में जारी संघर्ष के नतीजों को देखते हुए। पेस्कोव ने कहा, ‘यूक्रेन में जारी अभियान का कोई भी परिणाम निकले, निश्चित रूप से यह परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का एक कारण नहीं है।’ उन्होंने कहा कि हमारी एक सुरक्षा नीति है।
रूस ने अभी तक यूक्रेन में सीजफायर की कोई इच्छा नहीं जताई
पेस्कोव ने कहा कि इस नीति में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि जब हमारे देश के अस्तित्व पर खतरा आएगा तो हम हकीकत में परमाणु बम का इस्तेमाल कर सकते हैं और करेंगे ताकि उस खतरे को हमेशा के लिए नष्ट किया जा सके। इस बीच यूक्रेन में जंग जारी है और सैन्य विश्लेषकों के मुताबिक इसके रुकने के आसार बहुत कम नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि रूस ने अभी तक यूक्रेन में सीजफायर की कोई इच्छा नहीं जताई है।विश्लेषकों का कहना है कि रूस को लग रहा है कि अभी उसने यूक्रेन में इतनी पकड़ नहीं बनाई कि वह बातचीत की मेज पर मोलभाव कर सके। यही नहीं विदेशी मीडिया यह दिखा रहा है कि यूक्रेन की सेना रूस को करारा जवाब दे रही है। उन्होंने कहा कि रूस इस समय अपनी सेना को पूर्वी यूक्रेन में केंद्रीत कर रहा है। इस इलाके में रूसी सेना की पकड़ ज्यादा मजबूत है। यहां पर जीत हासिल करना चाहेगा ताकि वह बातचीत के दौरान आसानी से मोलभाव कर सके।
यूक्रेन ने यूरोप में 620 रूसी जासूसों का किया ‘खुलासा’
इस बीच यूक्रेन में रक्षा मंत्रालय के मुख्य खुफिया निदेशालय ने यूरोप में रूस की ओर से आपराधिक गतिविधियों में शामिल रूसी एफएसबी अधिकारियों की एक सूची प्राप्त की है। उक्रेइंस्का प्रावदा ने बताया, यूक्रेन के मुख्य खुफिया निदेशालय ने कहा कि सूची में 620 एफएसबी अधिकारी शामिल हैं। इंटेल ने रूसी जासूसों के नाम उनके काम की जगह, पंजीकृत पता और पासपोर्ट डेटा के साथ-साथ उनकी कारों के मॉडल और पंजीकरण प्लेट का खुलासा किया है। जासूसों की पूरी सूची यूक्रेन के मुख्य खुफिया निदेशालय की वेबसाइट पर देखी जा सकती है।