किसी ने सच कहा है कि किसी को शिद्दत से चाहो तो वो इंसान जरुर मिलता है प्यार में इंसान हर दिवार तोड़ देते है प्यार के आगे कोई रंग, जात, पात अमीरी गरीबी मायने नही रखती ! आज हम आपको ऐसे ही एक सच्चे प्यार की मिसाल देने वाले है जिसमें प्रेमिका अपने प्रेमी से मिलने सात समंदर पार करके आती है शादी करके घर बसा लेती है !

दरअसल यह मामला रूस की एक अफसर महिला और एक भारतीय मजदूर के बेटे का है. गौरतलब है कि इन दोनों की शादी हाल ही में हुई है जिसके बाद से ही यह मामला सुर्खियों में लगातार बना हुआ है. मजदूर के बेटे ने सपने में भी कभी नहीं सोचा था कि उसकी शादी किसी विदेशी अफसर से हो जाएगी. गोवा के बारे में काम करने वाले मामूली लड़के ने रशियन पार्लियामेंट हाउस की इकनॉमिक्स डिपार्टमेंट की अफसर महिला को अपना बना लिया है. दोनों ने शादी करके यह साबित कर दिखाया है कि प्यार किसी भी दूरी या फिर जात-पात का मोहताज नहीं है
लड़के का नाम नरेंद्र बताया जा रहा है

कहा जा रहा है कि नरेंद्र ने रूस की अनस्तस्था से 3 साल के रिलेशनशिप के बाद अब आख़िरकार शादी रचा ली है. दोनों गोवा में 3 साल पहले मिले थे जब नरेंद्र एक बार में काउंटर पर बारमैन के तौर पर काम करता था. हालांकि दोनों की शुरुआती बातें टूटी-फूटी अंग्रेजी में हुआ करती थी लेकिन तब दोनों ही इस बात से अनजान थे कि आखिरकार दोनों एक दूसरे को दिल से समझने लग जाएंगे और उनकी भाषा उनके बीच कभी भी दूरी नहीं लेकर आएगी. गौरतलब है कि 25 वर्षीय इस रूसी लड़की को भी उस समय इतनी अंग्रेजी नही आती थी जब वह पहली बार नरेंद्र से मिली थी लेकिन दोनों की भाषा समझने में एक दूसरे की मदद उनके दिलों ने की.

खबरों की माने तो पहली मुलाकात में ही दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया था लेकिन उसे समझने में इन्हें थोड़ा वक्त लग गया इतना ही नहीं रूस वापिस जाने के करीब ढाई साल तक भी वह नरेंद्र से मिलने के लिए भारत आती-जाती रही है दोनों की चैटिंग हर रोज सोशल मीडिया के जरिए होती रहती थी. ढाई साल के बाद आखिरकार लड़की ने नरेंद्र को मॉस्को बुला लिया और यहीं पर दोनों ने अगस्त में विधिवत शादी की. इसके लिए बुधवार को इस नवविवाहित जोड़े ने शादी के कानूनी तौर पर रजिस्ट्रेशन के लिए अर्जी भी दाखिल कर दी है.
मजदूर है नरेंद्र के पिता

जानकारी के लिए बताते चले कि नरेंद्र एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है जिसके पिता काशीराम पेशे से मजदूर है और मजदूरी करके ही घर का गुजारा करते हैं. नरेंद्र के परिवार में उनकी मां और पापा के अलावा उनके एक भाई और बहन भी हैं. नरेंद्र बताते हैं कि शादी से कुछ समय पहले ही वह अपनी प्रेमिका को गांव अपने माता-पिता से मिलवाने के लिए ले गया था वहीं अब दोनों एक साथ शादी कर के रूप में बसने की प्लानिंग में है और वीजा के लिए भी अप्लाई कर चुके हैं.