दोस्तों आपने अक्सर फिल्मो में हीरो को किसी न किसी की जान बचाते हुए जरुर देखा होगा . सभी को पता होता है ये सब सच नही है पर फिर भी सब हीरो के फैन हो जाते है और हीरो भी अपने अभिनय से सभी के दिलो में ख़ास जगह बना लेते है .आपको बता दे कुछ रियल लाइफ हीरो होते है जो सच में कोई न कोई ऐसा काम करते है कि कोई भी उनकी तारीफ करने से अपने को रोक नही पाते लेकिन ऐसे हीरो को सब बस कुछ समय के लिए ही याद रखते है और फिर भूल जाते है लेकिन ये रियल लाइफ हीरो अपना काम वैसे ही करते रहते है आज हम आपको एक ऐसे हीरो के बारे में बताने वाले है जिसने अपनी जान की फ़िक्र न करते हुए दिलाया कितनो को जीवन दान .
गुजरात के एक शख़्स ने अपनी जान की परवाह किए बग़ैर सैंकड़ों मासूम ज़िन्दगियां बचा लीं. इस युवक ने टूटी रेलवे ट्रैक देखी और ड्राइवर को सूचित करने के लिए 1 किलोमीटर दौड़ गया. IAS अवनिश शरन (IAS Awanish Saran) ने युवक की कहानी ट्विटर पर शेयर की.राकेश बारिया नामक दिल्ली – मुंबई रूट पर, गुजरात के दाहोद ज़िले में राकेश ने टूटी रेलवे ट्रैक देखी. घटना के दो दिन बाद पश्चिम रेलवे के रतलाम डिविज़न ने 5000 रुपये का इनाम देकर राकेश की पीठ थपथपाई. सम्मानित होने के बाद राकेश ने बताया कि वो बकरियां चरा रहा था जब उसने देखा कि रेल की पटरी एक जगह से टूटी हुई है. वो लोगों को सूचित करने के लिए 1 किलोमीटर भागा लेकिन उसे कोई रेलवे कर्मचारी नज़र नहीं आया.
He ran for 1 km to inform Train Driver about broken track in Gujrat.
He was awarded a cash prize of Rs5,000. pic.twitter.com/jOz2rReIMk
— Awanish Sharan (@AwanishSharan) March 6, 2022
राकेश ने बताया कि इसके बाद उसने अपने पिता को फ़ोन किया. राकेश के पिता ने फ़ोन पर रेलवे कर्मचारियों को सूचित करने की कोशिश की लेकिन असफ़ल रहे. पिता के कहने पर राकेश अपने घर गया और लाल रंग का कपड़ा लेकर आया. इसके बाद राकेश जहां पटरी टूटी थी वहां से 2 किलोमीटर आगे बैठा और लाल कपड़ा दिखाने लगा, सामने से एक मालगाड़ी आ रही थी. राकेश को देखकर लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक्स लगाए. इसके बाद टूटी पटरी को ठीक किया गया.
Rakesh Baria was honoured by the Ratlam division railway officials with a cash reward of Rs 5,000. Baria said that when he was grazing his goats,he saw a railway track broken at one place, after which he ran for 1 KM to raise an alarm, but did not see any railway employee there.
— Awanish Sharan (@AwanishSharan) March 6, 2022
ट्विटर पर राकेश की तारीफ़ हो रही है लेकिन इसके साथ ही लोग 5000 रुपये की राशि देने पर सवाल भी कर रहे हैं
Well done.. he deserves more.. ??????
— Pooja Singh (@ipoojasingh) March 6, 2022
He should've been awarded at least Rs 1 lakh. He saved many lives and railway assets.
— Sandy (@HelloFuture01) March 6, 2022
Too less.
— satish shah?? (@sats45) March 6, 2022