कांग्रेस पार्टी के नेताओं का पार्टी से जाना थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक के बाद एक बड़े नेता कांग्रेस(Congress) छोड़ बीजेपी(BJP) में शामिल हो रहे हैं। कांग्रेस नेतृत्व जो पूर्वोत्तर में पार्टी को मजबूत करने की कोशिशों में जुटा है, उसकी उम्मीदों पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है। खबर है कि इस बार असम से कांग्रेस(Congress) विधायक ने इस्तीफा दे दिया है। यह विधायक पिछले 15 सालों से कांग्रेस से जुड़ा हुआ था। आइए आपको पूरी ख़बर विस्तार से समझाते हैं
विधायक रूपज्योति कुर्मी ने कांग्रेस छोड़ी
आपको बता दे कि असम के विधायक रूपज्योति कुर्मी(Rupjyoti Kurmi) ने पार्टी छोड़ने का फ़ैसला किया है। पार्टी छोड़ने के अलावा उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी युवाओं की आवाज नहीं सुन रही है। रूपज्योति कुर्मी ने असम विधानसभा के स्पीकर विश्वजीत दैमारी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर भी सवाल उठाए है।
राहुल गांधी(Rahul gandhi) पर उठाए सवाल
I'm leaving Congress as High Command in Delhi & Guwahati leaders give priority to elderly leaders only. We'd told them Congress has good chance of coming to power this time & we shouldn't forge alliance with AIUDF as it would be a mistake. It indeed was: Assam MLA Rupjyoti Kurmi pic.twitter.com/kknIWOHUzM
— ANI (@ANI) June 18, 2021
असम से चार विधायक रह चुके रूपज्योति कुर्मी(Rupjyoti Kurmi) ने कहा कि वह सोनिया गांधी(Sonia Gandhi) को भी अपना इस्तीफा जल्द ही सौंपेंगे। कुर्मी ने कहा है कि 21 जून को भाजपा(BJP) में शामिल होंगे। कांग्रेस आलाकमान सवाल उठाते हुए रूपज्योति कुर्मी ने कहा कि सभी राज्यों में पार्टी की हालत ठीक नहीं है। राहुल गांधी पार्टी का नेतृत्व करने में असमर्थ हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी पार्टी संभालते हैं तो इससे कांग्रेस आगे नहीं बढ़ पाएगी।
बुजुर्ग नेताओं को प्राथमिकता देती है कांग्रेस
असम के विधायक रूपज्योति कुर्मी ने कहा, ‘मैं कांग्रेस इसलिए छोड़ रहा हूं क्योंकि दिल्ली(Delhi) और गुवाहाटी(Guwahati) में पार्टी आलाकमान नेता बुजुर्ग नेताओं को ही प्राथमिकता देते हैं। हमने उनसे कहा था कि कांग्रेस के पास इस बार सत्ता में आने का अच्छा मौका था और हमें एआईयूडीएफ(AIUDF) के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह एक गलती होगी। और हुआ भी ऐसा ही। कांग्रेस अपने युवा नेताओं की नहीं सुन रही है। मैं विधानसभा अध्यक्ष से मिलूंगा और अपना इस्तीफा दे दूंगा। राहुल गांधी(Rahul gandhi) नेतृत्व करने में असमर्थ हैं, अगर वह नेतृत्व करते हैं तो पार्टी आगे नहीं बढ़ पाएगी।